हमरे
तो पीर आवे, ननदी हँसत डोले-२
प्यारे
सैंया, भोले सैंया
ननदी
विदा करो
आज
विदा करो, अभी विदा करो
हमरे
तो पीर आवे...
साड़ी
कढ़न गई, ब्लाउज सिलन गयो
गंगा-जमुना
चढ़ रही हैं
कैसे
विदा करूँ..
लेने
कोई आया नहीं है
कैसे
विदा करूँ..
हमरे
तो...
साड़ी
मैं अपनी दूँगी, ब्लाउज तो रानी का है
गंगा-जमुना
नाव डला दो
ऐसे
विदा करो..
छोटा
देवर संग करूँगी
ऐसे
विदा करो..
हमरे
तो...
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अति सुन्दर प्रस्तुती
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