हवाओं में कुछ ऐसी खुशबू महक रही है
यूँ लग रहा है जैसे तुम मुझे बुला रहे हो...
ये खुशबू के बहाने, क्या प्यार है तुम्हारा
मन को लुभा रहा है, अहसास ये तुम्हारा...
ये हवाओं ने कहा है, इन फ़िज़ाओं ने सुना है
तुम हो बहुत ही प्यारे, मेरे दिल ने जो चुना है...
ये हवाएं गा रही हैं, दिल का है जो इशारा
अब चाह है ये मेरी, जीवन बने तुम्हारा...!!
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अनुपम भाव लिए उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंये खुशबू के बहाने, क्या प्यार है तुम्हारा
जवाब देंहटाएंमन को लुभा रहा है, अहसास ये तुम्हारा...
प्रेम भाव लिए मधुर रस घोलती रचना ... लाजवाब शेर ...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंसाझा करने के लिए धन्यवाद!
समर्पण की इसी चाह में प्रेम भी है और जीवन का सार भी।
जवाब देंहटाएंजहाँ चाह हो राह तो, मिल जाती उस ओर।
जवाब देंहटाएंजीवन जीने के लिए, आशा ही है डोर।।
बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंसादर।
बहुत सुंदर हवा है
जवाब देंहटाएंहवा ने कुछ कहा है
लग रहा है जैसे
सब कुछ सच में
हवा ने सुना है !
बहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंतू ही तू....
जवाब देंहटाएंउम्दा!
आशीष
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द टूरिस्ट!!!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंprem pagi sunder gazal
जवाब देंहटाएंहम पढ़ते गए.....और यादों के पिछले पन्ने खुलते गए ...
जवाब देंहटाएंलाजवाब कृति |
"मन के कोने से..."