ईश वन्दना...
माँ सरस्वती वरदान दे
नादान हैं हम ज्ञान दे
वीणा की सुर-लय-तान से
हमको अमिय का पान दे...
कमल आसन तू विराजे
हम तेरे चरणों में हों
शीश पे हो हाथ तेरा
हम तेरे अपनों में हों...
ज्ञान का भण्डार तू है
हम तुम्हारे आसरे
धरा पे अज्ञान फैला
तू हमें अब तार दे...
माँ सरस्वती वरदान दे
नादान हैं हम ज्ञान दे.....
सुन्दर प्रार्थना!
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