आज Mother's Day के अवसर पर विश्व की सभी माँओं का वंदन-अभिनन्दन करते हुए उनके चरणों में सादर समर्पित.....
माँ मेरी, तुझसा ना कोई
जब भी देंखूं, इक नयी क्षवि
आँखों में हर पल तेरी छाया
प्रतिबिम्ब बनूँ तेरा इक दिन
दिल में ये सुन्दर स्वप्न सजाया
यूँ ह्रदय-कपाट क्यूँ बंद किये
क्यूँ दर्द है दिल का हमसाया
अपनी बाँहों का संबल दे
ये दिल तेरे प्यार का है प्यासा
तेरे नूर से जगमग है दुनिया
तेरी एक किरण की है आशा.....
बहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंप्रतिबिम्ब बनूँ तेरा इक दिन
दिल में ये सुन्दर स्वप्न सजाया
हर बेटी की तमन्ना होती है ये......
अनु